रोज़मर्रा की ज़िंदगी में हमारी कुछ इच्छाएं अधूरी रह जाती हैं। यही इच्छाएं हमें अक्सर सपने के रूप में दिखती हैं। सूरज उगने से कुछ पहले अर्थात ब्रह्म मुहूर्त में देखे गए सपने का फल 10 दिनों में सामने आ जाता है। रात के पहले पहर में देखे गए सपने का फल एक साल बाद, दूसरे पहर में देखे सपने का फल 6 महीने बाद, तीसरे पहर में देखे सपने का फल 3 महीने बाद और आखिरी पहर के सपने का फल एक महीने में सामने आता है। दिन के सपनों पर ध्यान न दें।
अच्छा सपना देखने के बाद सोने की बजाय भजन, चिंतन में समय बिताएं और सपना किसी को न बताएं। और अगर बुरा सपना देखें तो फिर सो जाएं। सुबह उठते ही बुरा सपना किसी को जरूर बताएं। तब भी मन परेशान हो तो गायत्री जाप, स्नान-दान-अनुष्ठान करें।
No comments:
Post a Comment